दिल्ली के हिंसा के दौरान सुर्खियों में आए पार्षद ताहिर हुसैन ने आजतक से कहा कि उनके खिलाफ मीडिया और सोशल मीडिया में दुष्प्रचार किया गया है. वो चाहते हैं कि उनका नारको टेस्ट करा लिया जाए. ताकि सच सामने आ जाए. ताहिर के मुताबिक 24 फरवरी की सुबह वो पुलिस की मौजूदगी में अपने परिवार को लेकर घर से निकल गए थे. उसके बाद वहां क्या हुआ उन्हें नहीं पता.
इससे पहले ताहिर ने खुलासा किया कि 24 तारीख को उन्होंने कई बार पुलिस को 100 नंबर पर कॉल की थी. पुलिस ने आकर उन्हें और उनके परिवार को वहां से निकला था. ऐसे में उनके जाने के बाद वहां किसने क्या किया उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है. ताहिर ने कहा कि दंगाई चाहे कोई भी हो वो दंगाई ही होता है. उन्होंने खुद को भी दंगा पीड़ित करार दिया.
ताहिर ने आजतक से बात करते हुए बताया कि उन्हें नहीं पता कि उनका परिवार कहां है. उनसे उनका कोई संपर्क नहीं हुआ है. ताहिर ने खुलासा करते हुए बताया कि आज वह कोर्ट में सरेंडर करने जा रहे हैं. ताहिर हुसैन ने राउज एवेन्यू कोर्ट में सरेंडर की अर्जी लगाई थी. इसके बाद ताहिर ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया.
इससे पहले ताहिर हुसैन ने आजतक से खास बातचीत में खुद को बेगुनाह बताया. ताहिर हुसैन ने कहा कि आज मैं सरेंडर करना जा रहा हूं. जांच में मैं सहयोग करूंगा. बर्शते जांच निष्पक्ष और ईमानदारी के साथ होना चाहिए.
आरोपों पर ताहिर हुसैन ने कहा कि 24 फरवरी को मैंने सुबह अपना घर पुलिस को हैंडओवर कर दिया था. उसके बाद मेरा उस बिल्डिंग से कोई मतलब नहीं है. 25 फरवरी की शाम को यह वारदात हुई है. तमाम तरह के आरोप मुझ पर लगाए जा रहे हैं. मैंने 24 को पुलिस को फोन किया था. पुलिस ने मुझे निकाला था. पुलिस ने मेरे घर की तलाशी ली थी. मैंने उस समय ही कहा था कि मेरे मकान का कोई भी गलत इस्तेमाल कर सकता है.
ताहिर ने इंटीलेंस ब्यूरो (आईबी) कर्मचारी अंकित शर्मा की मौत पर दुख जताया. ताहिर ने कहा कि वह अंकित की मौत से बेहद दुखी है. और वह उनके दुख में शामिल हैं. उनकी घर में तबाही का सामान कहां से आया, ये तो जांच में सामने आएगा. ताहिर ने कहा कि ''मैं वहां पर नहीं था. मैं नहीं था और न ही मेरे परिवार का सदस्य कोई था.''